रचना – आपहुदरी (2015 ई.) यह एक जिद्दी लड़की की आत्मकथा है।)
रचनाकार – रमणिका गुप्ता (1930 – 2019 ई.)
मूलनाम – ‘रमना’ है।
जन्म – 22 अप्रैल, 1930 ई. सुनाम, पंजाब
निधन – 26 मार्च, 2019 नई दिल्ली
प्रकाशन- 2015 ई.
* इसका प्रथम भाग ‘हादशे’ है, जिसका प्रकाशन 2005 ई. में हुआ था।
* ‘आपहुदरी’ पंजाबी भाषा का शब्द है।
* ‘आपहुदारी’ में लेखिका पर ‘फ्रायडवाद’ का प्रभाव पड़ा है।
* ‘आपहुदारी’ आत्मकथा में रमणिका गुप्ता का पहला प्रेम बलराम नाम के व्यक्ति के साथ था।
* ‘सत्यार्थ प्रकाश’ पढ़ने के बाद लेखिका का पूजा-पाठ/कर्म-काण्डों पर से विश्वास कम होने लगा था।
* इस पुस्तक में लेखिका ने पंजाब की एक ‘कुड़ीमार’ नामक कुप्रथा का वर्णन किया है।