विलोम का अर्थ ‘विपरीत’ है।
परिभाषा:
कामता प्रसाद गुरु के शब्दों में “पहले शब्द के भाव के विपरीत अर्थ देने वाला शब्द विलोम शब्द कहलाता है।”
विलोम शब्द का निर्माण करते समय कुछ ध्यान रखने योग्य बातें:
1. ‘तत्सम’ शब्द का विलोम ‘तत्सम’ में, ‘तद्भव’ शब्द का विलोम ‘तद्भव’ में, ‘देशज’ शब्द का विलोम देशज में और विदेशज शब्द का विलोम विदेशज ही होना आवश्यक होता है।
उदाहरण: नवीन (तत्सम) – प्राचीन (तत्सम )
नया (तद्भव) – पुराना (तद्भव)
2. ‘उपसर्ग’ से निर्मित शब्दों का विलोम शब्द भी ‘उपसर्ग’ से ही निर्मित होगा।
उदहारण: सुपुत्र (सू उपसर्गा है) – कुपुत्र (कु उपसर्ग है)
3. ‘संज्ञा’ शब्दों का विलोम शब्द ‘संज्ञा’ शब्द में ही होगा।
इनमे व्यक्तिवाचक संज्ञा, जातिवाचक संज्ञा और भाववाचक संज्ञा से बने शब्द भी, उसी शब्द से बनेगा।
जैसे: राम – रावण (व्यक्तिवाचक शब्द)
देव – दानव (जातिवाचक संज्ञा)
अच्छाई – बुराई (भाववाचक संज्ञा)
4. ‘विशेषण’ शब्दों का विलोम शब्द ‘विशेषण’ शब्द ही होगा।
जैसे- अच्छा – बुरा
भला – बुरा
लम्बा – बौना
5. ‘सर्वनाम’ शब्दों का विलोम हमेशा ‘सर्वनाम’ शब्द में ही होगा।
जैसे: तुम – मैं,
हमारा – तुम्हारा
6. क्रिया शब्द का विलोम हमेशा क्रिया शब्द में ही होगा।
जैसे: उठाना – बैठना,
सोना – जागना,
क्रिया – क्रिया
7. ‘क्रियाविशेषण’ का विलोम शब्द हमेशा ‘क्रियाविशेषण’ ही होगा।
जैसे: बाहर- भीतर, कुरूप – सुंदर
8. प्रत्यय से निर्मित शब्दों का विलोम भी प्रत्यय में ही होगा।
जैसे- स्वतंत्रता – परतंत्रता
महत्वपूर्ण विलोम शब्द:
शब्द – विलोम
अपेक्षा – उपेक्षा
अल्पायु – दीर्घायु/चिराग
अघ – अनघ
अवर – प्रवर
असूया – अनसूया
अगाड़ी – पिछाड़ी
अकिंचन – संपन्न
अंत – अनंत
अनंत – सांत (स+अंत)
अग्रगामी – पश्यगामी
अपेक्षित – अनपेक्षित
अनुयायी – विरोधी
अनुरुप – प्रतिरूप
अक्षम – सक्षम
उपकार – अपकार
अपयश – सुयश
अवनी – अंबर
अवरोध – अनवरोध
अनुग्रह – कोप
अंगीकार – अनंगीकार
अकर्मक – सकर्मक
अधिकृत – अनधिकृत
अल्पप्राण – महाप्राण
अर्पण – ग्रहण
अल्पसंख्यक – बहुसंख्यक
अँधेरा – उजाला
अल्पज्ञ – बहुज्ञ
अर्थ – अनर्थ
अपराधी – निरपराध
अभ्यंतर – बाह्य
अंधकार – प्रकाश
अच्छा – बुरा
अल्पवृष्टि – अतिवृष्टि
अग्रज – अनुज
अतल – वितल
अनुलोम – प्रतिलोम
अस्त – उदय
अगम – सुगम
अमर – मर्त्य
अरुचि – सुरुचि
असीम – ससीम
अमिनासिल – निरनुनासिक
अधिकार – अनधिकार
अनिवार्य – एच्छिक
अर्जित – पैतृक
अनुरक्त – विरक्त
‘आ’ से शुरू होने वाले शब्द:
अविर्भाव – तिरोभाव
आगामी – विगत
आर्द्र – शुष्क
आकाश – पाताल
आत्मनिर्भर – परजीवी
आध्यात्मिक – सांसारिक
आशीर्वाद – अभिशाप
आगत – अनागत
आदर – निरादर
आरोह – अवरोह
आज्ञापालन – अवज्ञा
आलस्य – उद्दम
आचार – अनाचार
आद्द – अंत्य
आनंद – शोक
आकर्षण – विकर्षण/ अनाकर्षण
आत्मरक्षा – आत्महत्या
आक्रमण – प्रतिरक्षा
आजादी – गुलामी
आस्था – अनास्था
आस्तिक – नास्तिक
आदान – प्रदान
आशा – निराशा
आरम्भ – अंत
आमदनी – खर्च
‘इ, ई’ शुरू होने वाले शब्द
इहलोक – परलोक
ईमानदार – बेईमान
इष्ट- अनिष्ट
‘उ, ऊ’ शुरू होने वाले शब्द
अपकार – अपकार
उत्कृष्ट – निकृष्ट
उत्तरायण – दक्षिणायान
उतरार्द्ध – पूर्वार्द्ध
उदय – अस्त
उपमेय – उपमान
उपचार – अपचार
उच्छवास – निश्श्वास
उतीर्ण – अनुतीर्ण
उपसर्ग – परसर्ग
उद्भव – अवसान
उपजाऊ अनुपजाऊ
उर्ध्व – अधः
उन्मूलन – रोपण/स्थापन
उद्घाटन – समापन
उपमा – अनुपमा
उषा – पूषा
उपचय – अपचय
‘ऋ’ से शुरू होने वाला शब्द
ऋणात्मक – घनात्मक
ऋजु – वक्र
ऋत – अनृत
ऋणी – उऋण
‘ए, ऐ’ से शुरू होने वाले शब्द
एकता – अनेकता
एकाकी – समग्र
एकाधिकार – सर्वाधिकार
एकाग्र – चंचल
एक्य- अनैक्य
एकाग्रचित्त- अन्यमनस्क
एकार्थक – अनेकार्थक
एकत्र – सर्वत्र
एकल – सकल
ऐहिक – पारलौकिक
एड़ी – चोटी
एश्वर्य – अनैश्वर्य
‘क’ से शुरू होने वाले शब्द
कुपुत्र – सुपुत्र
कठोर – कोमल
कंजूस – दानी
कर्कश – मधुर
कदाचार – सदाचार
कृत – प्रकृत
कटु – मृदु
कलुषित – निष्कलुष
कनिष्ठ – वरिष्ठ
कृष्ण – शुक्ल
कृत्रिम – प्राकृतिक
कृतज्ञ – कृतघ्न
काल्पनिक – वास्तविक
कुलटा – पतिव्रता
कुरूप – सुरूप
क़ानूनी – गैरक़ानूनी
क्रय – विक्रय
कुमारी – विवाहिता
कापुरुष – पुरुषार्थी
कृश – पुष्ट
क्षुद्र – विराट्
क्रिया – प्रतिक्रिया
‘ख’ से शुरू होने वाले शब्द
खरा – खोटा
खुशी – गम
खुशबू – बदबू
खाद्य – अखाद्य
खर्च – बचत
खगोल – भूगोल
खीझना – रीझना
खेत – प्रसन्नता
ख्यात – कुख्यात
ख – भू
खंडन – मंडन
खास – आम
‘ग’ से शुरू होने वाले शब्द
गणतंत्र – राजतंत्र
गौरव – लाघव
गम्य – अगम्य
गंभीर – चंचल
गुरु – लघु
गृहस्थ – संन्यासी
गोचर – अगोचर
गमन – आगमन
ग्रीष्म – शीत
गाढ़ा – झीना
कुछ अन्य महत्वपूर्ण विलोम शब्द
ग्राम्य – नागर
घाना – छितरा
चालाक – भोला
चतुर – मूढ़
छद्म – व्यक्त
जल – थल
ठोस – मुलायम
दया – क्रूरता
तुच्छ – महान
निर्भीक – भीरु
निरस – सरस
नम्र – अनम्र
निरुद्देश्य- सोद्देश्य
धरती – आसमान
ध्वंस – सृजन
धवल – कृष्ण
धीर – अधीर
दुरुपयोग – सदुपयोग
दिन – रात
निष्काम – सकाम
पुरातन – अधुनातन
प्राचीन – अर्वाचीन
नूतन – पुरातन
नागरिक – ग्रामीण
नेकी – बदी
दीर्घ – ह्रस्व
धरा – गगन
धनाढ्य – निर्धन
वक्ता – श्रोता
संकल्प – विकल्प
सजल – निर्जल
विग्रह – संधि
समास – व्यास
स्थावर – जंगम
संश्लेषण – विश्लेषण
सार – निस्सार
स्वीकृत – अस्वीकृत
स्वार्थ – परमार्थ
सुकर्म – कुकर्म
सर्द – गर्म
सुमति – कुमति
स्तुति – भर्त्सना
सुधा – गरल
हिंसा – अहिंसा