साहित्यिक विधाएँ ‘आत्मकथा’ (इकाई – 2)

जब कोई लेखक अपने जीवन की कहानी स्वयं लिखता है। तब उसे आत्मकथा कहते हैं।

हिन्दी के प्रसिद्ध आत्मकथाएँ:

क्रम सं०रचनाकाररचनारचनाकालटिप्पणियाँ
1.बनारसी दास जैन ब्रज भाषाअर्धकथा1641 ई०हिन्दी भाषा की प्रथम आत्मकथा, भाषा ब्रज में यह पद्य में रचित है।
2.भारतेंदु हरिश्चंद्रकुछ आप बीती कुछ जग बीतीअज्ञात (अपूर्ण) 
3.नरदेव शास्त्रीआपबीती जग बीती1957 ई० 
4.अंबिकादत्त व्यासनिज वृत्तांतअज्ञात 
5.राधागोस्वामीआत्म चरितअज्ञात 
6.स्वामीश्रद्धा नंदकल्याण मार्ग का पथिकअज्ञात 
7.आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदीमेरी जीवन रेखा1900 ई० 
8.सत्यानन्द अग्निहोत्रीमुझमे देव जीवन का विकास1910 ई० 
9.स्वामी दयानंदजीवनचरित्र1917 ई० 
10.भाई परमानंदआपबीती1921 ई० 
11.रामविलास शुक्लमैं क्रांतिकारी कैसे बना1933 ई० 
12.भवानी दयाल सन्यासीप्रवासी की कहानी1939 ई० 
13.श्यामसुंदर दासमेरी आत्म कहानी1941 ई०हिन्दी की पहली ‘चर्चित’ आत्मकथा
14.राहुल सांकृत्यायनमेरी जीवन यात्रापहला खंड- 1946 ई० दूसरा खंड- 1947 ई० शेष तीन खंड- 1967 ई०इसके पाँच खण्ड है।    निधन के बाद प्रकाशित हुआ।
15.हरिभाऊ उपाध्यायसाधना के पथ पर1946 ई० 
16.डॉ राजेन्द्र प्रसादआत्मकथा1947 ई० 
17.बलराज साहनीमेरी फ़िल्मी आत्मकथा1947 ई० 
18.बलराज साहनीयादो के झरोखे से1983 ई० 
19.वियोगी हरिमेरा जीवन प्रवाह1948 ई० 
20.यशपालसिंहावलोकनपहला खंड- 1951 ई० दूसरा खंड- 1952 ई० तीसरा खंड- 1953 ई०तीन खंड में हैं।
क्रम सं०रचनाकाररचनारचनाकालटिप्पणियाँ
21.शांतिप्रिय द्विवेदीपरिव्राजक की प्रजा1952 ई० 
22.देवेन्द्र सत्यार्थी  चाँद सूरज के बीरन नील यक्षिणी नाच मेरी बुलबुल1952 ई० 1985 ई० 1999 ई० 
23.आचार्य चतुरसेन शास्त्री  यादों की परछाईयाँ मेरी आत्म कहानी1956 ई० 1963 ई० 
24.देवराज उपाध्यायबचपन के दो दिन यौवन के द्वार पर1958 ई० 1970 ई० 
25.सेठ गोविंद दासआत्मनिरीक्षणप्रथम भाग- 1956 दूसरा भाग- 1957 तीसरा भाग- 1958 ई०इसके तीन भाग है।
26.सुमित्रानंदन  पंतसाठ वर्ष: एक रेखांकन1960 ई० 
27.पांडेय बेचन शर्मा ‘उग्र’अपनी खबर1960 ई० 
28.भुवनेश्वर प्रसाद मिश्र माधवजीवन के चार अध्याय1967 ई० 
29.पंडित गिरिधर शर्मा चतुर्वेदीआत्मकथा और संस्मरण1967 ई० 
30.हरिवंशराय बच्चनक्या भूलूँ क्या याद करूँ नीड़ का निर्माण फिर बसेरे से दूर दशद्वार से सोपान तक1967 ई० 1970 ई० 1978 ई० 1985 ई० 
31.वृन्दावन लाल वर्माअपनी कहानी1972 ई० 
32.राम विलास शर्मा  घर की बात अपनी धरती अपने लोग पहला-मुंडेर पर सूरज  दूसरा- देर सबेर तीसरा- आपस की बातें1983 ई० 1994 ई० 1990 ई० 1992 ई० 1994 ई०  इसके तीन खंड है।
33. रामदरश मिश्रजहाँ मैं खड़ा हूँ रोशनी की पगडंडियाँ टूटते बनते दिन उत्तर पथ सहचर के समय फुरसत  के दिन1984 ई० 1984 ई० 1984 ई० 1984 ई० 1991 ई० 2000 ई० 
34.शिवपूजन सहायमेरा जीवन1985 ई० 
35.हंसराज रहबरमेरे सात जनम  प्रथम खण्ड  दूसरा खण्ड  1985 ई० 1996 ई०चार खण्डों में प्रकाशित करने की योजना थी लेकिन दो खण्ड ही प्रकाशित हो पाए
36.अमृतलाल नागरटुकड़े-टुकड़े दास्तान1986 ई० 
37.यशपाल जैनमेरी जीवन1987 ई० 
क्रम सं०रचनाकाररचनारचनाकालटिप्पणियाँ
38.डॉ नगेन्द्रअर्धकथा1988 ई० 
39.कन्हैयालाल मिश्र ‘प्रभाकर’तपती पगडंडियों पर पद यात्रा1989 ई० 
40.कमलेश्वर  जो मैने जिया यादों का चिराग जलती हुई नदी1992 ई० 1997 ई० 1999 ई० 
41.गोपाल प्रसाद व्यासकहो व्यास कैसे कटी1994 ई० 
42.नरेश मेहताहम अनिकेतन1995 ई० 
43.रविन्द्र कालियागालीब छूटी शराब2000 ई० 
44.भगवतीचरण वर्माकही न जाए का कहिये2001 ई० 
45.राजेन्द्र यादवमुड़-मुड़ कर देखता हूँ2001 ई० 
46.अखिलेशऔर जो वह यथार्थ था2001 ई० 
47.भीष्म साहनी  आज के अतीत मेरी साहित्यिक यात्रा2003 ई० 2016 ई० 
48.अशोक वाजपेयीपाँव भर जीरे में ब्रहामभोज2003 ई० 
49.स्वदेश दीपकमैने मांडू नहीं देखा2003 ई० 
50.रविन्द्रनाथ त्यागीवसंत से पतझर तक2005 ई० 
51.विष्णु प्रभाकरपंखहीन मुक्त गगन में और पंक्षी उड़ गया2004 ई० 2004 ई० 2004 ई० 
52.रामकमल रायएक अंतहीन तलाश2007 ई० 
53.दीनानाथ मल्होत्राभूली नहीं जो यादें2007 ई० 
54.द्वारिका प्रसाद सक्सेना  मेरी आत्मकथा: कालजयी संघर्ष गाथा2007 ई०  
55.कन्हैयालाल नंदन गुजरा कहाँ से कहना जरुरी था मैं था और मेरा आकाश2007 ई० 2009 ई० 2011 ई० 
56.देवेश ठाकुरयों ही जिया2007 ई० 
57.कृष्ण बिहारीसागर के इस पार से उस पार तक2008 ई० 
58.हृदयेशजोखिम2009 ई० 
59.एकांत श्रीवास्तवमेरे दिन मेरे वर्ष2009 ई० 
60.मिथिलेशवर  पानी बीच मीन प्यासी और कहाँ तक कहें युगों की बात जाग चेत कुछ करो उपाई2010 ई० 2012 ई० 2015 ई० 
61.ज्ञानेश्वर मूलेमाटी पंख और आकाश2012 ई० 
62.मधुरेशआलोचक का आकाश2012 ई० 
क्रम सं०रचनाकाररचनारचनाकालटिप्पणियाँ
63.नरेन्द्र मोहनकमबक्त निन्दर2013 ई० 
64.डॉ महीप सिंहकितनी धूप में कितनी बार2013 ई० 
65.रमेश उपाध्यायमेरा मुझमे कुछ नहीं2013 ई० 
66.नरेंद्र कोहलीआत्म स्वीकृति2014 ई० 
67.हदर्शन सहगलडगर डगर पर मगर2014 ई० 
68.विश्वनाथ प्रसाद तिवारीअस्ति और भवति2014 ई० 
69.नरेन्द्र मोहनक्या हाल सुनावा2015 ई० 
70.धीरेन्द्र अस्थानाजिन्दगी क्या जिया2017 ई० 

दलित आत्मकथाएँ:

क्रम सं०रचनाकाररचनारचनाकालटिप्पणियाँ
1.मोहन दास नैमिषारण्य अपने अपने पिंजरे भाग-1 अपने अपने पिंजरे भाग-2 रंग कितने संग मेरे1995 ई० 2000 ई० 2003 ई० 
2.ओमप्रकाश वाल्मीकिजूठन भाग-1 जूठन भाग-21999 ई० 2015 ई० 
3.माता प्रसादझोपड़ी से राजभवन2002 ई० 
4.डॉ सूरजपाल चौहान   तिरस्कृत संतृप्त2002 ई० 2006 ई० 
5.रमाशंकर आर्यघुटन2005 ई० 
6.श्योराज सिंह बेचैनबेवक्त गुजर गया माली मेरा बचपन मेरे कंधो पर2006 ई० 2009 ई० 
7.रूपनारायण सोनकर नागफनी मेरे जीवन की बाइबल2007 ई० 2007 ई० 
8.डॉ धर्मवीरमेरी पत्नी और भेड़िया2009 ई० 
9.डॉ तुलसीराम  मुर्दहिया मणिकर्णिका2010 ई० 2013 ई०  रामचंद्र तिवारी के अनुसार 2014 ई०


महिला लेखिकाओं की आत्मकथाएँ:

क्रम सं०रचनाकार रचनारचनाकालटिप्पणियाँ
1.जानकी देवी बजाजमेरी जीवन यात्रा1956 ई० 
2.प्रतिभा अग्रवालदस्तक जिंदगी की मोड़ जिनगी का1990 ई० 1996 ई० 
3.कुसुम अंचलजो कहा नहीं गया1996 ई० 
4.कृष्णा अग्निहोत्रीलगता नहीं है दिल मेरा1996 ई० 
5.पद्मा सचदेवाबूँद बावड़ी1999 ई० 
6.शीला झुनझुन वालाकुछ कही कुछ अनकही2006 ई० 
7.मैत्रयी पुष्पा कस्तूरी कुंडल बसै गुड़िया भीतर गुड़िया2002 ई० 2008 ई० 
8.रमणिका ठाकुर गुप्ताहादसे2005 ई० 
9.मन्नू भंडारीएक कहानी यह भी2007 ई० 
10.प्रभा खेतानअन्या से अनन्य2007 ई० 
11.चन्द्रकिरण सौनरेक्सापिंजरे की मैना2008 ई० 
12.कृष्णा अग्निहोत्रीऔर-और औरत2010 ई० 
13.ममता कालियाकितने शहरों में कितनी बार2011 ई० 
14.सुशीला टाकभौरेशिकंजे का दर्द2011 ई० 
15.चंद्रकांताहासिये की इबारतें2012 ई० 

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