हिन्दी की प्रथम महिला कहानीकार – बंग महिला (राजेन्द्रबाला घोष) है।
बंग महिला बचपन में – ‘रानी’ और ‘चारुबाला’ के नाम से पुकारा जाता था।
गोपालराय के अनुसार – ”सुमित्रा कुमार सिन्हा हिन्दी में प्रथम ‘नारीवादी’ कहानीकार मानी जा सकती हैं।”
राजेन्द्रबाला घोष:
जन्म: 1882 ई० वाराणसी में हुआ था।
निधन: 1951 ई०।
महत्वपूर्ण कहानियाँ:
दुलाईवाली (1907 ई०) यह कहानी ‘सरस्वती’ पत्रिका में प्रकाशित हुई थी
भाई-बहन (1908 ई०) यह ‘बाल प्रभाकर’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ था
हृदय परिक्षा (1915 ई०) यह कहानी ‘सरस्वती’ पत्रिका में प्रकाशित हुई थी
कहानी संग्रह: ‘कुसुम’- (1912 ई०) यह नागरी प्रचारिणी सभा, काशी से प्रकाशित हुआ था।
चंद्रदेव से मेरी बातें (1904 ई०) यह निबंध पहले ‘सरस्वती’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ था बाद में कई पत्र-पत्रिकाओं ने इसे कहानी के रूप में प्रस्तुत किया, किन्तु यह एक रोचक निबंध है।
सुमित्रा कुमारी सिन्हा
जन्म: 1913 ई० फैजाबाद (उत्तर प्रदेश)
निधन: 1994 ई०
कहानी संग्रह:
अचल सुहाग (1939 ई०)
वर्षगाँठ (1942 ई०)
काव्य संग्रह:
अचल सुहाग (1940 ई०)
आशा पर्व (1942 ई०)
बालों की देवता (1958 ई०)
डॉ गोपालराम ने इन्हें प्रथम ‘नारीवादी’ कथाकार कहा है।
सुभद्रा कुमारी चौहान
जन्म: 16 अगस्त 1904 ई० प्रयागराज
निधन: 15 फरवरी 1948 ई० एक मोटर साइकिल दुर्घटना में हुआ था।
कहानी संग्रह:
बिखरे मोती (1932 ई०)
उन्मादिनी (1934 ई०)
सीधे-साधे चित्र (1947 ई०)
‘बिखरे मोती’ (1934 ई०) इसके कूल पंद्रह (15) कहानियाँ हैं।
भग्नावेश, होली, पापी पेट, मझली रानी, परिवर्तन, दृष्टिकोण, कदम के फूल, किस्मत, मछुये की बेटी, एकादशी, आहुति, थाती, अमराई, अनुरोध ग्रामीण।
‘उन्मादिनी’ (1934 ई०) इसमें केवल 9 कहानियाँ है।
उन्मादिनी, असमंजस, अभियुक्त, सोने की कंठी, नारी हृदय, पवित्र ईर्ष्या, अँगूठी की खोज, चढ़ा दिमाग, वेश्या की लड़की।
‘सीधे-साधे चित्र’ (1947 ई०) इसमें 14 कहानियाँ है।
रूपा, कैलासी नानी, बिआल्हा, कल्याणी, दो साथी, प्रोफेसर मित्रा, दुराचारी, मंगला, कान की बूँदे, ये सभी नौ कहानियाँ पारिवारिक है।
हींगवाला, राही, तांगेवाला, गुलाब सिंह, तीन बच्चे।
ये सभी कहानियाँ राष्ट्रीय भाव धारा से संबंधित है।
अन्य कहानियाँ: गौरी, जबक की डिबिय, सुभागी।
शशिप्रभा शास्त्री:
जन्म: 1923 ई०
निधन: 2000 ई०
महत्वपूर्ण कहानी संग्रह:
इनके कहानियों में स्त्री-पुरुष संबंदों का चित्रण माध्यम वर्गीय परिवार की विसंगतियाँ, सामाजिक विसंगतियाँ, भ्रष्टाचार आदि का चित्रण है।
धुली हुई शाम (1969 ई०), अनुत्तरित (1975 ई०), दो कहानियों के बीच (1978 ई०), जोड़ बाकी (1981 ई०), एक टुकड़ा शान्ति रथ (1991 ई०), पतझड़ (1994 ई०), (7) उस दिन भी (1996 ई०)।
शिवानी- (गौरापंत शिवानी)
जन्म: 17 ओक्टूबर 1923 ई० राजकोट गुजरात में हुआ था।
निधन: 21 मार्च 2003 ई०
महत्वपूर्ण कहानी संग्रह:
लाल हवेली (1965 ई०), पुष्पहार (1969 ई०), अपराधिनी (1972 ई०), रथ्या (1976 ई०), स्वयं सिद्धा (1977 ई०), रति विलाप (1977 ई०), पुष्पहार (1978 ई०)
इनकी कहानियों में मध्यमवर्गीय जीवन की विविधताओं का चित्रण है। इनकी कहानियों में बांग्लाभाषा की कहानियों और आँचलिकता का भी पुट है।
उषा प्रियंवदा-
जन्म: 1930 ई० कानपुर (उत्तर प्रदेश)
नई कहानी से संबंधित है।
महत्वपूर्ण कहानी संग्रह:
वापसी (1960 ई०), जिन्दगी और गुलाब के फूल (1961 ई०), फिर वसन्त आया (1961 ई०), एक कोई दूसरा नहीं (1966 ई०), कितना बड़ा झूठ (1972 ई०)
‘वापसी’ (अगस्त 1960 ई०) इनकी चर्चित कहानियों में से एक है। यह कहानी संयुक्त परिवार के विघटन की कहानी है। इसमें एक रिटायर्ड रेलवे कर्मचारी की कहानी है। गजाधर बाबू पैंतीस वर्ष की नौकरी के पश्चात अत्यंत उत्साह से घर लौटते हैं लेकिन घर में आकर उन्हें अकेलेपन का अहसास होता है।
मालती जोशी:
जन्म: 4 जून 1934 ई० औरंगाबाद (महारास्ट्र)
महत्वपूर्ण कहानी संग्रह:
मध्यान्तर (1977 ई०), पटाक्षेप (1978 ई०), पराजय (1979 ई०), एक घर सपनों का (1985 ई०), विश्वास गाथा (1996 ई०), शापित शैशव तथा अन्य कहानियाँ (1996 ई०), पिया पीर न जानी (1999 ई०), औरत एक रात है (2001 ई०), रहिमन धागा प्रेम का (2015 ई०),
परख (2015 ई० परख जैनेन्द्र का उपन्यास भी है), वो तेरा घर ये मेरा घर (2015 ई०), मिलियन डोलर नोट तथा अन्य कहानियाँ (2015 ई०), ऑनर किलिंग तथा अन्य कहानियाँ (2015 ई०), स्नेह बंधन तथा अन्य कहानियाँ (2015 ई०), हादसे और हौसले (2015 ई०)
कृष्णा सोबती:
जन्म: 18 फ़रवरी 1925 ई०, गुजरात पाकिस्तान
निधन: 25 जनवारी 2019 ई० नई दिल्ली
कहानी संग्रह:
मित्रोमरजानी (1980 ई०)
बादलों के घेरे (1980 ई०)
सिक्का बदल गया- इस कहानी में भारत-पाक विभाजन की दर्द को दिखाया गया है।
यारों के यार
मन्नू भण्डारी-
जन्म: 3 अपरेल 1931ई०
महत्वपूर्ण कहानी संग्रह:
मैं हार गई (1957 ई०), यही सच है (1966 ई०), एक प्लेट सैलाब (1968 ई०), तीन निगाहों की एक तस्वीर (1968 ई०), (5) त्रिशंकु (1978 ई०)।
ममता कालिया-
जन्म: 2 नवंबर 1940 ई०
महत्वपूर्ण कहानी संग्रह:
छुटकारा (1969 ई०), सीट नं० 6 (1978 ई०), एक अदद औरत (1979 ई०), प्रतिदिन (1983 ई०), उसका यौवन (1985 ई०), बोलने वाली औरत (2000 ई०), मुखौटा (2002 ई०)
मृदुला गर्ग:
जन्म: 25 औक्तुबर 1938 ई०
महत्वपूर्ण कहानी संग्रह:
कितनी कैदें (1975 ई० ), टुकड़ा-टुकड़ा आदमी (1977 ई०), डेफोडिल जल रहे हैं (1978 ई०) ग्लेशियर से (1980 ई०), उर्फ सैम (1986 ई०), समागम (1996 ई०), (7) मेरे देश की मिट्टी अहा (2001 ई०)।
चित्रा मुद्गल-
जन्म: 10 दिसंबर 1944 ई० चेन्नई, तमिलनाडु में हुआ था। पैतृक गाँव (उ०प्र)।
महत्वपूर्ण कहानी संग्रह:
जहर ठहरा हुआ (1980 ई०), लाक्षागृह (1882 ई०), अपनी वापसी (1983 ई०), इस हमाम में (1987 ई०), ग्यारह लम्बी कहानियाँ (1987 ई०), जगदम्बा बाबू गाँव आ रहे हैं (1992 ई०), (6) जिनावर (1996 ई०), (7) भूख (2001 ई०), (8) लपटें (2002 ई०)।
कृष्णा अग्निहोत्री:
जन्म: 1934 ई० (उ० प्र०)
महत्वपूर्ण कहानी संग्रह:
टीन के घेरे (1970 ई०), यही बनारसी रंग बा (1983 ई०), जिन्दा आदमी (1986 ई०), जै सिया राम (1993 ई०), सर्पदंश (1997 ई०), अपने-अपने कुरुक्षेत्र (2001 ई०), यह क्या जगह है दोस्तों (2007 ई०)।
राजी सेठ:
जन्म: 1935 ई० छावनी नौशेरा (पाकिस्तान) में हुआ था।
महत्वपूर्ण कहानी संग्रह:
अन्धे मोड़ से आगे (1979 ई०), तीसरी हथेली (1981 ई०), यात्रा मुक्त (1987 ई०), दूसरे देश काल में (1992 ई०), यह कहानी नहीं (1998 ई०), गमे हयात ने मारा (2006 ई०) खाली लिफाफा।
मंजुल भगत:
जन्म: 22 जून 1936 ई० मेरठ (उत्तर प्रदेश)
निधन: 31 जुलाई 1998 ई०
महत्वपूर्ण कहानी संग्रह:
गुलमोहर के गुच्छे (1974 ई०), टूटा हुआ इन्द्रधनुष (1976 ई०), क्या छूट गया (1976 ई०), आत्महत्या के पहले (1979 ई०), कितना छोटा सफ़र (1979 ई०), बावन पत्ते एक जोकर (1982 ई० ), लेडिज क्लब (1976 ई०), सफेद कौआ (1986 ई०), दूत (1992 ई०), बूँद (1998 ई० ), अन्तिम बयान (2001 ई०)।
मेहरुन्निसा परवेज-
जन्म: 10 दिसंबर 1944 ई० बालाघाट, (मध्य प्रदेश) आधुनिक महिला कहानीकार हैं।
महत्वपूर्ण कहानी संग्रह:
आदम और हव्वा (1972 ई०), टहनियों पर धूप (1977 ई०), फाल्गुनी (1978 ई०), गलत पुरुष (1978 ई०), अन्तिम चढ़ाई (1982 ई०), अम्मा (1997 ई०), समर (1999 ई०), लाल गुलाब (2006 ई०)
मैत्रेयी पुष्पा:
जन्म: 30 नवंबर 1944 ई० अलीगढ़
महत्वपूर्ण कहानी संग्रह:
चिन्हार (1991 ई०), ललमनियाँ (1996 ई०), गोमा हँसती है (1998 ई०)।
नासिरा शर्मा:
जन्म: 22 अगस्त 1948 ई० प्रयागराज (उ०प्र०)
महत्वपूर्ण कहानी संग्रह:
शामी कागज (1986 ई०), पत्थर गली (1986 ई०), संगसार (1993 ई०), इब्ने मरियम (1994 ई०), सबीना के चालीस चोर (1997 ई०), खुदा की वापसी (1998 ई०), इंसानी नस्ल (2001 ई०), दूसरा ताजमहल (2002 ई०)
(समग्र कहानियाँ तीन खण्डों में प्रकाशित 2012 ई०)
डॉ इन्दु बाली:
जन्म: (1932 ई०) लाहौर (पाकिस्तान) में हुआ था।
महत्वपूर्ण कहानी संग्रह:
टूटती जुड़ती (1981 ई०), बिना छत का मकान (1983 ई०), अँधेरे की लहर (1985 ई०), बिखरती आकृतियाँ (1985 ई०), दूसरी औरत होने का सुख कौन दिला दिया जाने (1986 ई०), मेरी तीन मौतें (1991 ई०), धरातल (1992 ई०), चुभन (1993 ई०), मैं खरगोश होना चाहती हूँ (1995 ई०), पाँचवाँ युग (1997 ई०)।
चंद्रकांता:
जन्म: 3 सितंबर (1938 ई०) श्रीनगर में हुआ था।
महत्वपूर्ण कहानी संग्रह:
सलाखों के पीछे (1975 ई०), गलत लोगों के बीच (1984 ई०), पोशनूल की वापसी (1988 ई०), दहलीज पर न्यास (1989 ई०), ओ सोन किसरी (1991 ई०), कोठे पर कागा (1993 ई०), सूरज उगने तक (1994 ई०), काली बर्फ (1996 ई०), बदलते हालात में (2002 ई०), अब्बू ने कहा था (2005 ई०)।
सूर्यबाला:
जन्म: 25 औक्तुबर (1944 ई०) वाराणसी (उ०प्र०) में हुआ था।
इनका पूरा नाम: सूर्यबाला वीरप्रताप सिंह श्रीवास्तव है।
महत्वपूर्ण कहानी संग्रह:
एक इन्द्रधनुष जुबेदा के नाम (1977 ई०), दिशाहीन मैं, थाली भर चाँद (1988 ई०), मुंडेर पर (1990 ई०), साँझबाती (1995 ई०), कात्यायनी संवाद (1996 ई०), मानुष गंध (2005 ई०)।