डायरी को ‘दैनंदिनी’ भी कहते हैं। डायरी आधुनिक गद्य-साहित्य की सर्वाधिक सशक्त विधा है। जिसमे निजी स्तर पर घटित घटनाओं और तत्संबंधी बौद्धिक-भावात्मक प्रतिक्रियाओं का विवरण लिखा जाता है। किसी भी व्यक्ति के द्वरा लिखा गया व्यक्तिगत अनुभवों, सोच-विचार और भावनाओं का लिखित रुप में संग्रह किया जाता है। डायरी गद्य साहित्य की एक प्रमुख विधा है। जिस बात को किसी से कही नहीं जा सकती है, उस बात को डायरी में लिखा जा सकता है। डायरी अंतरंग व भरोसे का मित्र है। डायरी अपनी अंतरात्मा की बातों को सुनाने वाला प्रथम पाठक है। डायरी अपने आपसे साक्षात्कार है।
विश्व में कई डायरियाँ लोक प्रिय हुई हैं। कई लोगों के मतानुसार, सर्वश्रेष्ठ डायरी एक तेरह वर्षीय बालिका ‘एनीफ्रेंक’ की मानी जाती है। यह डायरी ‘द डायरी ऑफ ए यंग गर्ल’ के नाम से प्रकाशित हुई थी। इस पुस्तक की जितनी काँपियाँ बिकी शायद किसी और डायरी की अबतक नहीं बिकी होगी। विश्व के अधिकांश भाषाओं में अनुवादित इस डायरी में मात्र दो वर्षों 1942 से 1944 तक का ही वर्णन है। जब लेखिका का बचपन हिटलर की हुकूमत का शिकार हुआ था। इस दौरान उनका परिवार जर्मन नाजियों से छिपकर कैसे जीवन बिताया था। अधिकांश डायरी लिखने वाले लेखक, उपन्यासकार, सेनानायक, कलाकार या राजनीतिज्ञ हैं। डायरी लेखकों में महात्मा गांधी, जमनालाल बजाज, श्यामसुंदर दास, वियोगी हरि, विनोद शंकर व्यास, हरिवंशराय बच्चन, पाण्डेय बेचन वर्मा ‘उग्र’, देवेन्द्र सत्यार्थी आदि प्रसिद्धि हैं।
लेखक डायरी
घनश्यामदास बिड़ला: मेरी कॉलेज डायरी (1954)
सुंदरलाल त्रिपाठी: दैन्दिनी (1945)
श्रीराम शर्मा: सेवाग्राम डायरी (1946)
धीरेन्द्र वर्मा: मेरी कालिज डायरी (1954)
सियारामशरण गुप्ता: दैनिकी (1947)
उपेन्द्र नाथ अश्क: ज्यादा अपनी कम पराई (1959)
स.ही.वा.अज्ञेय: बर्लिन की डायरी (1960) एक बूंद सहसा उछली में संकलित हैं।
प्रभाकर मामले: पश्चिम में बैठकर पूर्व की डायरी (1965)
मुक्तिबोध: एक साहित्यिक की डायरी (1965)
जमनालाल बजाज की: जमनालाल बजाज की डायरी (1966)
हरिवंश राय बच्चन: प्रवासी की डायरी (1971)
सीताराम सेकसरिय: एक कार्यकर्ता की डायरी (दो भाग में 1972)
त्रिलोचन शास्त्री: राजनामचा (1972)
रामधारी सिंह ‘दिनकर’: दिनकर की डायरी (1973)
भारतेंदु हरिश्चंद्र: हिन्दी नयी चाल में ढली (1873)
स० ही० वा० ‘अज्ञेय’: एक बूँद सहसा उछली (1960) इसमें वर्लिन के डायरी के कुछ अंश हैं।
रघुवीर सहाय: दिल्ली मेरा परदश (1976)
राजेन्द अवस्थी: सैलानी की डायरी (1976)
शांता कुमार: एक मुख्यमंत्री की डायरी (1977)
जयप्रकाश नारायण: मेरी जेल डायरी (1975-77)
चंद्रशेखर: मेरी जेल डायरी (1977)
श्रीकांत वर्मा: श्रीकांत वर्मा की डायरी (1977)
रविन्द्र कालिया: स्मृतियों की जन्मपत्री
(1979)
प्रणव कुमार बंधोपाध्याय: प्रणव कुमार बंधोपाध्याय की डायरी (1979)
गजानन माधव ‘मुक्तिबोध’: एक साहित्यिक डायरी (…)
रामविलास शर्मा: पंचरत्न (1980)
श्री रामेश्वर टांटिया: क्या खोया क्या पाया (1981)
फणीश्वर नाथ ‘रेणु’: वनतुलसी की गंध
(1984)
मोहन राकेश: मोहन राकेश की डायरी (1985)
शमशेर बहादुर सिंह: शमशेर बहादुर सिंह कुछ गद्य कुछ रचनाएं (1989)
कमलेश्वर: देश-देशांतर (1992)
मलयज : मलयज की डायरी (2000)
डॉ नामवर सिंह (संपादक): मलयज की डायरी (2000)
बिशन टंडन: आपातकाल की डायरी (2002) भाग एक
डॉ नरेंद्र मोहन: साथ-साथ मेरा साया
(2003)
तेजिंदर: डायरी सांगा सांगा (2004)
विशन टंडन: आपतकाल की डायरी (2005 भाग- 2
कृष्ण बल्देव वैद: ख्वाब है दीवानें का (2005)
डॉ विवेकी राय: मनबोध मास्टर की डायरी (2006)
रामदरश मिश्र: आते जाते दिन (2008)
रमेशचंद्र शाह: अकेला मेला (2009)
रामदरश मिश्र:आसपास (2010)
डॉ नरेन्द्र मोहन: साए से अलग 2010)
रमेशचंद्र शाह: इसी खिड़की से (2011)
रमेशचंद्र शाह: आज और अभी (2013)
जाबिर हुसैन: जिन्दा होने का सबूत (2013)
हेमंत द्विवेदी: कुछ पड़ाव कुछ मंजिल (2014)
यशपाल: मेरी जेल डायरी (2014)
रमेशचंद्र शाह: जंगल जूही (2014)
प्रभाष जोशी: कहने को बहुत कुछ था (2014)
भालचंद्र तिवाड़ी: बोरूदा डायरी: अप्रतीम बीज्जी का विदा गीत (2014)
जाबिर हुसैन: ये शहर लगे मोहे बन (2015)
द्रोणवीर कोहली: मनाली में गंगा उर्फ रोज़नामा (2016)
रमाकांत शर्मा: साहित्यकार की स्वीस डायरी (2016)
ओम नागर: निब के चीरे से (2016)
कृष्ण अग्निहोत्री: अफसाने अपने कहानी अपनी (2017)
जयप्रकाश मानस: पढ़ते पढ़ते लिखते लिखते (2017)
पुष्पिता अवस्थी: जनीदरलैंड (2017)
जितेन्द्र कुमार सोनी: यदावरी (2017)
कुमार अंबुज: बलचर: कुछ इंद्रा कुछ टिप्पणियां (2017)
गरिमा श्रीवास्तव: देह ही मेरा देश (2018)
जाबिर हुसैन: अतीत का चेहरा (2018)
बाल मुकुंद गुप्त: बालमुकुंद गुप्त की डायरी (…)
जगदीश चंद्र जैन: पेकिंग की डायरी (…)
देवराज: अजय की डायरी (डायरी शैली का उपन्यास)
राजेन्द यादव: शह और मात (डायरी शैली का उपन्यास)
जैनेन्द्र: जयवर्धन (डायरी शैली का उपन्यास)
श्रीलाल शुक्ल: मकान (डायरी शैली का उपन्यास)
मेरी काॅलेज डायरी डाॅ धीरेन्द्र वर्मा की डायरी है।
मनबोध मास्टर की डायरी विवेकीराय 1986 है।
लेख में त्रुटियां है पर फिर भी थोड़ा बहुत लाभप्रद है।
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सुप्रभात सर 🙏🙏
आपकी प्रतिक्रिया के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद
मैं सही करने से लिए प्रयासरत हूं।
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डायरी पर अच्छा लेख है पर डायरी के प्रकाशन की तिथियां बहुत सी ग़लत है ।जैसे मनबोध मास्टर की डायरी -1986
श्रीकां वर्मा की डायरी 1986 में उनकी मृत्यु ईए उपरांत प्रकाशित हुई।
एक साहित्यिक की डायरी -1964
आदि आदि।
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प्रणाम सर
कई लेखकों की पुस्तकें पढ़ी और कन्फ्यूज हो जाती हूं। सभी में वर्ष अलग-अलग है। कौन सही है और कौन सही नही है। मुश्किल होता हैं। आप किसी पुस्तक का नाम बताइए।
धन्यवाद
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